उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां रविवार 31 जुलाई को देर रात श्रीनगर के जोगड़ी गांव में बादल फटने की घटना हुई। जिसके चलते जोगड़ी गांव में 100 नाली से अधिक खेतों में भारी मात्रा में मलबे के साथ बरसाती पानी भर गया है। गनीमत यह है कि यहां किसी भी प्रकार की जन हानि नहीं हुई है। इसको लेकर प्रधान अनिल रावत ने बताया कि सभी मकान सुरक्षित हैं, लेकिन इसकी चपेट में आकर सभी खेत चौपट हो गए है।
बता दें कि खिरसू से खेड़ाखाल रोड पर लालमाती से लगभग दो किमी दूरी पर यह गांव स्थित है। यह घटना रात्रि लगभग एक बजे की बताई जा रही है। इस घटना की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी श्रीनगर अजयबीर सिंह मौके पर पहुँचे थे।
वहीं दूसरी ओर जोगड़ी गांव से लगभग पांच किमी दूर रेतुड़ गांव में भी बादल फटने से मलबा और पानी आने की सूचना है। उपजिलाधिकारी श्रीनगर अजयबीर सिंह ने रेतुड़ गांव के लिए एक अन्य राजस्व टीम भेजी हुई है।
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पौड़ी जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में रात्रि से रुक- रुक कर हो रही वर्षा के कारण ग्रामीण क्षेत्रों की लाइफ लाइन कहे जाने वाले ग्रामीण मोटर मार्गों पर कहर बनकर टूटी है। जगह-जगह मलबा आने से रविवार को एक राज्य मार्ग सहित पूरे 23 मोटर मार्ग बंद हो गए है।
जनपद में भारी वर्षा से राज्य मार्ग पैठाणी-नोटी-कर्णप्रयाग के साथ- साथ डुंगरीपंथ-छातीखाल, किंसूर-कांडी, दमदेवल-गडरी-झलपाडी, पोखरीखेत-चोरकंडी-मासौ, पोखरी-डुमका समेत ग्रामीण क्षेत्रों के 23 मोटर मार्ग शामिल हैं। हालांकि बंद मार्गों को खोलने में जगह-जगह JCB मशीने लगाई गई हैं, लेकिन इसमें भी बारिश बाधा बन रही है।
1700 तीर्थयात्रियों को रास्तों में रोका
लामबगड़ नाला बार-बार उफान पर आने से बद्रीनाथ हाईवे खुलने और बंद होने का सिलसिला जारी है। रविवार को नाला फिर उफान पर आ गया, जिससे हाईवे दोपहर में करीब एक बजे बंद हो गया। पुलिस प्रशासन ने बद्रीनाथ धाम जा रहे और धाम में लौट रहे 1700 तीर्थयात्रियों को रास्तों में ही रोक दिया।
शनिवार को अपराहन चार बजे लामबगड़ नाले में पानी बढ़ने से वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी। रात को मौसम सामान्य होने के बाद हाईवे पर वाहनों की आवाजाही कराई गई। बद्रीनाथ धाम में रुके सभी वाहनों को उनके गंतव्य को भेजा गया। रविवार को सुबह भी हाईवे सुचारू रहा, लेकिन दोपहर में करीब एक बजे लामबगड़ नाला फिर उफान पर आ गया। जिससे हाईवे पानी से भरा गया। पुलिस प्रशासन की ओर से एहतियातन 1700 तीर्थयात्रियों को विभिन्न यात्रा पड़ावों जोशीमठ, पांडुकेश्वर, गोविंदघाट और बदरीनाथ धाम में ही रोक दिया। बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल का कहना है कि मौसम सामान्य होने और नालों में पानी कम होने पर ही यात्रियों को भेजा जाएगा। लामबगड़ क्षेत्र में शाम तक बारिश जारी रही। बारिश बंद होने पर हाईवे का सुधारीकरण कार्य किया जाएगा।