Congress: संसद के शीतकालीन सत्र का आगाज 7 दिसंबर से होने जा रहा है। वहीं संसद के सत्र को लेकर विपक्षी दल एक बार फिर से एक्टिव हो गए है। ऐसे में शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस Congress ने सीमा विवाद, महंगाई और EWS आरक्षण से संबंधित 15 मुद्दे उठाने की घोषणा कर दी है। कांग्रेस पार्टी ने इस बात की जानकारी अपने औपचारिक ट्वीटर हैंडल पर भी साझा की है।
ससंद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस ने शनिवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि, इस सत्र में 17 बिल लिस्ट हुए हैं, इन 17 बिलों में 3-4 बिल ऐसे हैं जिनका हम समर्थन नहीं कर सकते। हम चाहते हैं कि मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी अमेंडमेंट बिल, फॉरेस्ट कन्वर्जेशन अमेंडमेंट बिल को स्थायी समिति में भेजा जाना चाहिए, ताकि उस पर गहरा विचार हो।
बता दें कि शनिवार को ससंद के शीतकालीन सत्र को लेकर कांग्रेस पार्टी की अहम बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत पार्टी के कई दिग्गज नेता शामिल हुए थे। वहीं लगभग 70 मिनट तक चली कांग्रेस की इस बैठक में पार्टी ने आगामी सत्र में साइबर अटैक के मुद्दे को जोर-शोर से उठाने का फैसला किया है। इसके अलावा कांग्रेस ने ससंद के सत्र में भारत-चीन संबंध, सीमा विवाद, स्वर्ण आरक्षण, महंगाई और भारतीय अर्थव्यवस्था सहित 15 मुद्दों को पर आवाज बुलंद करने का एलान किया है।
कांग्रेस की बैठक के बाद पार्टी के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने बताया कि, शीतकालीन सत्र में आर्थिक आरक्षण के मुद्दे पर भी हम सरकार से नए सिरे से समीक्षा की मांग करेंगे। यह इसलिए भी अहम है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने भले ही बहुमत से सरकार के इस फैसले को सही ठहराया था, लेकिन पांच सदस्यीय पीठ के दो जजों ने इसके फैसले से असहमति जताई थी।
स्वर्ण आरक्षण पर कांग्रेस का पक्ष रखते हुए रमेश ने कहा कि, कांग्रेस पार्टी आर्थिक आरक्षण के पक्ष में है, लेकिन वह चाहती है कि यह सभी वर्गों को मिले। इसके अलावा पार्टी जातिगत जनगणना की भी नए सिरे मांग करेगी।
बता दें कि, संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू होकर 29 दिसंबर तक चलेगा। ऐसे में शीतकालीन सत्र को लेकर कांग्रेस पार्टी ने रणनीति तैयार करना शुरू कर दिया है। वहीं शनिवार को बुलाई गई कांग्रेस की इस बैठक में सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के अलावा अधीर रंजन चौधरी, पी। चिदंबरम जैसे कई प्रमुख नेता मौजूद थे।