देश के कई राज्यों में मानसूनी बारिश आफत लेकर आ रही है। असम के बाद गुजरात के हालात बहुत ज्यादा ख़राब हो गए है। बारिश की वजह से गुजरात के कई जिलों में स्थिति खराब हो गई हैं, वहीं बारिश की वजह से 48 घंटे में 61 लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्र सरकार ने राहत एवं बचाव के लिए टीम को रवाना कर दिया है।
बता दें कि गुजरात में पिछले 48 घंटो से हो रही बारिश से हालात खराब होते जा रहे हैं। छोटा उदयपुर और नर्मदा जिले में नदियां पूरे उफान पर हैं। गुजरात के नवसारी और वलसाड जिले में 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। सीएम कार्यालय ने बताया कि पीएम मोदी ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ सहित सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी। राहत एवं बचाव के लिए टीम को रवाना कर दिया है।
यह भी पढ़े- दुःखद: अमरनाथ यात्रा में मचा हाहाकार, बादल फटने से 15 की मौत 40 लापता
दक्षिण और मध्य गुजरात के जिलों में बारिश के कारण नदियां पूरे उफान पर हैं। इसके चलते निचले इलाकों में बुरी तरह से पानी भर गया है। इन क्षेत्रों से करीब 1,500 लोगों को बाहर निकाला गया है। वहीं मौसम विभाग ने दक्षिण गुजरात के डांग, नवसारी और वलसाड जिलों में अगले पांच दिनों में भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो छोटा उदयपुर में बोडेली तालुका में रविवार को शाम 6 बजे तक सिर्फ 12 घंटों में 433 मिमी बारिश हुई है। जिससे कारण निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है।
कई सारे पुल बहे:
गुजरात के छोटा उदयपुर और नर्मदा जिले में नदियां पूरे उफान पर हैं। गुजरात के नवसारी और वलसाड जिले में 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है। वहीं, छोटा उदयपुर जिले में लगातार भारी बारिश से पुल का एक हिस्सा भी गिर गया है। जबकि, गुजरात के तापी जिले के पांचोल और कुम्भिया गांवों को जोड़ने वाला पुल बारिश की धार में बह गया है। वहीं दक्षिण गुजरात के कई हिस्सों में नदियां खतरनाक स्तर को भी पार कर चुकी हैं।