हल्द्वानी के रामपुर रोड पर स्थित गर्व डायग्नोस्टिक सेंटर एंड हॉस्पिटल के डा. वैभव कुच्छल को एक अज्ञात नंबर से कॉल कर तीन करोड़ की रंगदारी की मांग की गई थी। और ऐसा नहीं करने पर उनका बच्चा उठाने की धमकी दी थी। डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी लेकिन इस मामले में नया मोड़ तब आया जब धमकी देने वाला आरोपी कक्षा 3 का एक छात्र निकला। बच्चे का कहना है कि यह उसने फ्रैंक करने के लिए अनजान नंबर मिला दिया था। हांलांकि डाक्टर पुलिस के इस खुलासे से सहमत नहीं हैं।
डा. वैभव कुच्छल ने पुलिस को बताया कि 9 नवंबर को उनके फोन पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया था, पहली बार आवाज सुनने में लगा कि दूसरी तरफ से कोई बच्चा बात कर रहा है, जिसकी वजह से उन्होंने फोन काट दिया था। लेकिन दुबारा फिर उसी नंबर से फोन आया और 1 करोड़ की रंगदारी की डिमांड करने लगा, साथ ही बात नहीं मानने पर बच्चे को उठाने की धमकी भी दी। कुछ समय बाद फिर उसी नंबर से दुबारा फोन आया लेकिन उन्होंने उठाया नहीं। भयभीत डॉक्टर के परिवार ने एसएसपी से संपर्क कर उन्हें इस पूरी घटना से अवगत कराया। शिकायत के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया और डा. को सुरक्षा मुहैया कराई।
यह भी पढ़े- 20 श्रद्धालुओं की मौत के बाद उत्तराखंड चार धाम यात्रा के लिए नई गाइडलाइन जारी
मोबाइल नंबर की लोकेशन हापुड़ मे मिलने पर पुलिस टीम तुरन्त वहाँ के लिए रवाना हुई। जहां एसओजी और कोतवाली पुलिस ने एक फर्नीचर कारोबारी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में यह बात सामने आई कि फोन करने वाला कारोबारी का 10 वर्षीय बेटा है जो कक्षा तीन में पढ़ता है। वहीं कारोबारी व्यक्ति इस बात से अंजान था। जिसके बाद पुलिस दोनों बाप-बेटे को हल्द्वानी लेकर आई। पुलिस पूछताछ में बच्चे ने बताया कि सोमवार को उसके माता-पिता घर पर नहीं थे। और उसने फ्रैंक करने के लिए मां के नंबर से फोन किया। उसने टोनी कक्कड़ का गाना सुन रखा था। टोनी के ‘नंबर लिख’ शीर्षक वाले गाने में एक लाइन है, नंबर लिख 98971 हमको अंग्रेजी आती है कम, डम डिगा डम डिगा डम…। डा. कुच्छल का शुरुआती नंबर भी इसी तरह का है और मजाक-मजाक में उसने एक करोड़ की रंगदारी की बात कह दी। हांलांकि डॉक्टर पुलिस के इस खुलासे पर अभी सहमत नहीं हैं।