भारत ने एमओयू पर किया हस्ताक्षर, लायरा नेटवर्क अपनी मशीनों पर यूपीआई और रुपे कार्ड उपयोग करके भुगतान करने की अनुमति देगा, जिससे विशेष रूप से भारतीय छात्रों और पर्यटकों के लिए भुगतान करना अब आसान हो जाएगा।
भारत में डिजिटल लेन देन अब रिकॉर्ड स्तर पर चल रहा है। ज्यादातर लोग मोबाइल वॉलेट से ही भुगतान करना सही मानते हैं। वहीं फ्रांस की सैर करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है क्योंकि जल्द ही यहां यूनिफाइड पेमेंट और इंटरफेस और रुपे जल्द ही स्वीकार किए जाएंगे। फ्रांस में भारतीय राजदूत जावेद अशरफ ने जानकारी दी है की नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की अंतर्राष्ट्रीय शाखा ने फ्रांसीसी की भुगतान कंपनी एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। एमओयू के मुताबिक लायरा नेटवर्क से भारतीय छात्रों और पर्यटकों को यूपीआई और रुपे कार्ड से पेमेंट करने में आसानी होगी।
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वहीं इससे पहले केंद्रीय संचार मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा था कि फ्रांस में यूपीआई और रुपए कार्ड की स्वीकृति के लिए एनपीसीआई इंटरनेशनल और फ्रांस के लायरा नेटवर्क के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है। साथ ही यह भी कहा गया था कि भारत 1 महीने में 5.5 अरब यूपीआई लेनदेन कर रहा है। फ्रांस के साथ एमओयू हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है। भारतीय लोग पहले से ही भूटान और सिंगापुर जैसे देशों में यूपीआई का प्रयोग कर सकते है। एनपीसीआई इंटरनेशनल भी नेपाल में यूपीआई भुगतान को सक्षम करने की बातचीत कर रहे है। अप्रैल में एनपीसीआई इंटरनेशनल मशरैक बैंक की भुगतान सहायक कंपनी नियोपे के साथ साझेदारी करने के बाद यूएई के बाजार में प्रवेश किया हैं। समझदारी के साथ एनपीसीआई के जरिए यूएई मे भारतीय पर्यटकों नियोपे से जुड़ी दुकानो और मर्चेंट स्टोर में यूपीआई के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं।
आरबीआई ने ऑटो डेबिट भुगतान को लेकर सत्यापन की अतिरिक्त व्यवस्था ₹5,000 से बढ़ाकर 15,000 रूपये कर दी है। इसका मतलब है कि प्रति लेन देन ₹15000 के भुगतान के लिए अतिरिक्त सत्यापन जरूरी नहीं होगा। आरबीआई ने बृहस्पतिवार को कहा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से ऑटो डेबिट भुगतान की रूपरेखा के क्रियान्वयन और ग्राहकों के लिए उपलब्ध सुरक्षा उपयोग की सब्जी के बाद यह फैसला लिया जाएगा।