उत्तराखंड के Kotdwar से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां दुगडडा के गोदी बड़ी गांव में महिला को अपना निवाला बनाने वाला आदमखोर गुलदार बुधवार 27, जुलाई देर रात को वन विभाग के लगाए हुए पिंजरे में कैद हो गया है। वन विभाग ने पिंजरे में कैद आदमखोर गुलदार को रात में ही चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर के सुपुर्द कर दिया था। इसके साथ ही गुलदार के पकड़े जाने पर पता लगा की गुलदार सिर्फ डेढ़ दांत होने के कारण मानवभक्षी बन गया था।
दरअसल 19 जुलाई की सुबह लगभग साढ़े सात बजे, अपने बच्चे को स्कूल छोड़कर घर वापस आ रही रीमा देवी पर घात लगाए बैठे गुलदार ने हमला कर दिया था। गुलदार के हमले से रीना देवी की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से गोदी बड़ा गांव समेत पूरे इलाके में गुलदार का आतंक बना हुआ था। व सभी लोग घरों से बाहर निकलने में ड़र रहे थे। महिला को निवाला बनाने वाले गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा पिंजरा लगाया गया था। देर रात गुलदार के पिंजरे में कैद हो जाने से अब उसके आतंक का खात्मा हो गया है।
यह भी पढ़े- कोटद्वार: गुलदार ने महिला को बनाया अपना निवाला
19 जुलाई को जब गुलदार ने रीमा देवी को अपना निवाला बना उसकी जान ली तो ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे। ग्रामीणों ने गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग की थी। इसके साथ ही आक्रोशित ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग Kotdwar पौड़ी पर 3 घंटे तक जाम भी लगाया था। जिसके बाद लैंसडाउन वन प्रभाग के उच्च अधिकारियों के लिखित आश्वासन के बाद वन विभाग ने ग्रामीण को आश्वासन दिया था। फिर क्षेत्र में गुलदार को कैद करने के लिए पिंजरा भी लगाया गया था। और देर रात गुलदार पिंजरे में कैद हो गया है।
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र में गुलदार के आतंक से लोग भयभीत हैं। आए दिन अब कही ना कही से गुलदार के आतंक की खबरें सामने आ रही है। जुलाई माह में भी गुलदार के हमले से कई लोगों की मृत्यु हो गई है। जिसके बाद भी प्रशासन व वन- विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।