- किसका न्योता आया हमे?
- – अरे भोलेनाथ का निमंत्रण आ रखा है।
- कहां है भोलेनाथ?
- – उत्तराखंड के उत्तर दिशा में, वहां है महादेव🙏🏻🙏🏻🚩🚩
विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट इस साल 25 अप्रैल को सुबह 6:20 बजे मेष लग्न में भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे। भगवान केदारनाथ की चल उत्सव विग्रह डोली 21 अप्रैल को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से अपने धाम के लिए प्रस्थान करेगी। 22 अप्रैल को डोली फाटा एवं 23 अप्रैल को गौरीकुंड में प्रवास करेगी। जहां से अगले दिन यानी 24 अप्रैल को प्रस्थान कर आराध्य की डोली अपने धाम केदारनाथ पहुंचेगी।
आपको बता दें की इस साल चारधाम यात्रा के लिए अब तक दो लाख से अधिक श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं। केदारनाथ धाम के लिए 1.12 लाख और बदरीनाथ धाम के लिए 92 हजार तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण करा लिया है।
इस वर्ष पुजारी शिव शंकर लिंग जी को केदारनाथ धाम के लिए नियुक्त किया गया है। जो की पिछले वर्ष मध्यमहेश्वर में मौजूद थे। पुजारी शिव शंकर लिंग जी द्वारा आरती सुनने में सभी भक्तों को बड़ा आनंद आता है। वह बहुत खास पुजारी है।
केदारनाथ यात्रा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के लिए यहां क्लिक करें- श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति-उत्तराखंड
FAQs
Q1- केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि किस दिन घोषित की जाती है?
Ans1- प्रत्येक वर्ष महा शिवरात्रि पर्व के शुभ अवसर पर केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि ऊखीमठ के ओम्कारेश्वर मंदिर मे घोषित की जाती है।
Q2- दिल्ली से केदारनाथ धाम कैसे पहुँचे?
Ans2- अगर आप केदारनाथ से संबंधित कोई भी सूचना प्राप्त करना चाहते है (कहां से वाहन मिलेगा, कितने बजे निकले, धाम में रूखने की सुविधा, आदि) तो आप इस ईमेल आईडी- [email protected] पर संपर्क करें।
Q3- केदारनाथ धाम के आसपास घूमने के लिए अन्य प्रसिद्ध स्थल कौन- कौन से हैं?
Ans3- वासुकी ताल झील,
गुप्तकाशी
चोपता, तुंगनाथ, चंद्रशिला ट्रेक
गौरीकुंड और अन्य शामिल हैं।
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