Lalitpur Rape Case: उत्तर प्रदेश के ललितपुर में इंसाफ के लिए गई एक किशोरी के साथ थाने में रेप की घटना अब तूल पकड़ती जा रही है। जिस पर अब राजनीति भी गरम हो गई है। इस Lalitpur Rape Case मामले को लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, बसपा के चीफ शिवपाल यादव के अलावा कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी योगी सरकार को घेरा है। और योगी सरकार पर कई गंभीर सवाल उठाए हैं। बता दें कि इस मामले को लेकर आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि 29 पुलिसकर्मियों को भी लाइन हाजिर कर दिया है।
बताते चलें किशोरी के साथ थाने में हुई रेप की घटना को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ललितपुर में एक 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप और फिर शिकायत लेकर जाने पर थानेदार द्वारा बलात्कार की घटना दिखाती है कि बुलडोजर के शोर में कानून व्यवस्था के असल सुधारों को कैसे दबाया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अगर महिलाओं के लिए थाने ही सुरक्षित नहीं होंगे तो वह शिकायत लेकर कहाँ जाएँगी। क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने थानों में महिलाओं की तैनाती बढ़ाने, थाने को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए गंभीरता से सोचा है।
मामला क्या है:
पाली थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने एसपी को शिकायत पत्र देते हुए बताया है कि उसकी नाबालिग बेटी को पाली के 4 लोग 22 अप्रैल को बहला-फुसलाकर भोपाल लेकर चले गए थे। आरोप है कि उसे रेलवे स्टेशन के पास 3 दिन तक छुपा कर रखा गया और उसके साथ गैंगरेप किया गया। फिर बदमाश 26 अप्रैल को लड़की वापस ले आए और पाली थाने छोड़कर भाग निकले। पुलिस ने लड़की को उसकी मौसी के पास पहुंचा दिया।
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आरोप है कि मौसी ने उसे ककराली गांव भेज दिया। जहां गैंगरेप के आरोपी युवक की बहन रहती है। 27 अप्रैल की सुबह पीड़िता को बयान दर्ज करने के लिए थाने बुलाया गया। उसके बाद शाम में आरोपी मौसी पीड़िता को इंस्पेक्टर के कमरे में ले गई। आरोप है कि वहां दुष्कर्म किया गया।