अपनी 80 साल की मालकिन को काटकर उसकी हत्या करने वाले Pitbull कुत्ते को नगर निगम ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। बंगाली टोला के रहने वाले अमित त्रिपाठी के यहां कुत्ते को उठाने के लिए टीम पहुंची थी। मां की मौत के बाद भी अमित का अपने कुत्ते के लिए प्यार कम नहीं हुआ था।
वह नगर निगम की टीम को कुत्ते को नहीं देना चाहता था। अधिकारियों ने बताया कि ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। आखिर में उन्होंने खुद उस कुत्ते को नगर निगम की गाड़ी में छोड़ा।
चार डॉक्टरों की टीम करेगी निगरानी
नगर निगम के संयुक्त निदेशक डॉक्टर एके राव ने बताया कि अब उस डॉगी को अगले 7 से 10 दिनों तक जरहरा के सेंटर पर रखा जाएगा। वहां 4 डॉक्टरों की टीम पिटबुल के व्यवहार पर निगरानी रखेगी। उन्होंने बताया कि यह देखा जाएगा कि आखिर में यह कुत्ता इतना हिंसक क्यों हुआ? उसको नगर निगम के सेंटर पर जेल जैसे पिंजरे में रखा गया है। नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी डॉक्टर अभिनव वर्मा ने बताया कि इस डॉगी को स्टेरलाइज भी किया जाएगा।
बता दें कि मामला क्या था
बंगाली टोला में रहने वाली सुशीला त्रिपाठी ने घर में दो पिटबुल और लैब्राडोर प्रजाति के कुत्ते पाल रखे है। सुशीला ही दोनों कुत्तो को पालती पोसती थी। और खाना भी देती थी। इसके साथ वह उनके साथ खेलती भी थी। जबकि महिला के बेटे अमित त्रिपाठी के कमरे में वो दोनों कुत्ते रहते थे। मंगलवार वाले दिन एक कुत्ता खुला रह गया। अमित के मुताबिक उन्होंने देखा कि उनका Pitbull नस्ल का कुत्ता इनकी मां को बुरी तरह नोच रहा है। पिटबुल ने मां के पैर और चेहरे पर बुरी तरह से काट लिया था।
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आनन-फानन में वह अपनी मां को लेकर बलरामपुर अस्पताल पहुंचा। जहां उन्हें ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया, लेकिन ट्रामा सेंटर में जाने से पहले ही उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद से परिवार के लोग परेशान और हैरान भी हैं कि ऐसा कैसे हो गया। वहीं कहा जा रहा है कि पिटबुल दुनिया का सबसे खतरनाक कुत्ता होता है। यही वजह है कि कई देशों में इसके पालने पर भी बैन लगा हुआ है। पिटबुल व्यवहार से काफी हिंसक प्रजाति के माने जाते हैं।