CRPF यानी Central Reserve Police Force, यह भारत की सबसे बड़ी केंद्रीय पुलिस बल फोर्स है। जिसे ब्रिटिश शासन काल में 27 जुलाई 1939 को ग्राउंड रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के नाम से स्थापित किया गया था। और आजादी के बाद 28 दिसंबर 1949 को CRPF एक्ट के तहत उसका नाम बदलकर Central Reserve Police Force रखा गया। सीआरपीएफ मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स यानी गृह मंत्रालय के अधीन आती है। और इसका प्रमुख उद्देश्य राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पुलिस फोर्स की सहायता करना है। इसके अलावा इनका इस्तेमाल प्राकृतिक आपदाओं एवं दंगे फ़सादों को नियंत्रित करने तथा विशेष परिस्थितियों में इंडियन आर्मी द्वारा किए जाने वाले ऑपरेशन में सहायक दल के रूप में किया जाता है। और बीएसएफ की स्थापना से पहले 1965 तक भारत पाकिस्तान सीमा तक सुरक्षा का दायित्व सीआरपीएफ को ही सौंपा गया था। कानून व्यवस्था को बनाए रखने और काउंटर इंटरजेंसी ड्यूटी के अलावा सीआरपीएफ ने भारत के आम चुनावों में भी एक बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।
सितंबर 1999 के संसदीय चुनाव के दौरान भी सीआरपीएफ ने सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एक अहम योगदान दिया था। इसके अलावा सीआरपीएफ को यूनाइटेड नेशन के पीस कीपिंग ऑपरेशन में भी तैनात किया गया है। मौजूदा समय में 239 बटालियन के साथ सीआरपीएफ भारत की सबसे लार्ज सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स है। जिसके टोटल 3 लाख 13 हजार 669 एक्टिव पर्सनल है। सीआरपीएफ हेड क्वार्टर न्यू दिल्ली में स्थित है, और इनका मोटो है सेवा और वफादारी(service and loyalty)। सीआरपीएफ ने लगभग हर युद्ध में इंडियन आर्मी के साथ एक सहायक दल के रूप में अपनी सेवा प्रदान की है और सीआरपीएफ हमेशा से एनेमी को न्यूट्रलाइज करने के लिए इंडियन आर्मी की सेकंड चॉइस रही है।
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सीआरपीएफ की खुद की स्पेशल फोर्स यूनिट भी है। इसका नाम है (कोबरा स्पेशल फोर्स यूनिट)। कोबरा का मतलब है कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट एक्शन, इस स्पेशल फोर्स को 2008 ने नैकलाइज्ड मूवमेंट का सामना करने के लिए सीआरपीएफ में शामिल किया गया था। सीआरपीएफ भारत की इकलौती ऐसी सेंट्रल आर्मी पुलिस फोर्स है। जिसके पास 3 ह्यूमन बटालियन है और इसके अलावा सांप्रदायिक दंगों का सामना करने के लिए सीआरपीएफ के पास एक स्पेशलाइज्ड रैपिड एक्शन फोर्स भी मौजूद है।
सीआरपीएफ की स्थापना के बाद से अदम्य साहस और वीरता के लिए 586 गैलंट्री अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। जिसमें एक जॉर्ज क्रॉस एक पुलिस मेडल, एक अशोक चक्र, एक कीर्ति चक्र, एक पद्मश्री, एक वीर चक्र, 14 शौर्य चक्र 49 प्रेसिडेंट पुलिस एंड फायर सर्विस मेडल, 192 प्रेसिडेंट पुलिस मेडल, एक युद्ध सेवा मेडल 5 सेना मेडल चार विशिष्ट सेवा मेडल, 1205 पुलिस मेडल, पांच आईपीएमजी, 3जीवन दक्षक पदक, 100 प्राइमिनिस्टर पुलिस मेडल शामिल है।