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मई का महीना आते ही बाबा केदारनाथ के भक्त खुशी से झूम उठते हैं। कई लोग अपने व्यपार, नौकरी से मुक्त होकर सामान बाँध परिवार के साथ केदारनाथ जाने की योजना शुरू कर देते हैं। इस बार मई से चालू हुई बाबा केदार की यात्रा में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ आई है मगर इसके साथ एक परेशानी ने भी जन्म लिया है। परेशानी की वजह हार्ट अटैक को बताया जा रहा है। पिछले 2 माह में केदारनाथ के दर्शन करने पहुंचे रिकॉर्ड 8,56,721 श्रद्धालुओं में से 107 लोगों की जान हार्ट अटैक की वजह से चली गई। यह आंकड़े निश्चित ही भक्तों के लिए डरावने हैं।

घर से भक्त खुशहाली की उम्मीद में बाबा केदारनाथ के दरबार आते हैं। ऐसे में कभी मौसम तो अब हार्ट अटैक उनकी जान ले रहा है। जिस वजह से कई भक्तों में यहाँ आने से पहले थोड़ा डर भी देखा जा सकता है।

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केदारनाथ में इस वक्त काफी काफी ठंड पड़ रही है। जून- जुलाई के महीने में भी दिसंबर वाली ठंड महसूस की जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक ऊंचाई पर हवा पतली होती है। वहां ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। ऐसे में पहाड़ों पर सांस लेने में भी समस्या आती है। ऑक्सीजन की कमी के कारण ही हार्ट अटैक आता है और लोगों की मौत हो जाती है। दिल की बीमारी से पीड़ित व उम्रदराज लोगों पर इसका ज्यादा असर पड़ता है।

तीर्थयात्रियों के लिए वास्तव में यह एक गंभीर समस्या है। इसे लेकर सरकार भी लगातार एक्टिव है। चूंकि मौत का सबसे बड़ा कारण हाई ब्लड प्रैशर और हार्ट अटैक है। ऐसे में तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य जांच के लिए यात्रा मार्गों पर कैम्पों की संख्या बढ़ा दी है। इसके साथ ही केदारनाथ में भक्तों की भीड़ को देखते हुए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिए हैं।

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