पिथौरागढ़: मेडिकल सुविधा का हेलीकॉप्टर समय से न पहुँचने पर मुनस्यारी गाँव की पंचायत पातों में एक महिला को खेत में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। प्रसव हो जाने के 2 घंटे बाद मेडिकल टीम पहुँची। मेडिकल टीम के पहुँचते ही जब बच्चे की जांच कराई तो बच्चा मृत पाया गया। मेडिकल टीम हेलीकॉप्टर से महिला को इलाज के लिए पिथौरागढ़ अस्पताल ले गई।
लक्ष्मी देवी उम्र 25 वर्ष पत्नी श्याम सिंह दरियाल निवासी पातों गाँव, मुनस्यारी ब्लॉक को शनिवार प्रसव पीड़ा होने लगी। परिवार वालो ने क्षेत्र के विधायक से फोन पर सहायता माँगी। विधायक हरीश धामी जी ने महिला की पीड़ा को समझते हुए अस्पताल प्रशासन से हेलीकॉप्टर का इंतजाम करके पातों गाँव भेजा। महिला की प्रसव पीड़ा काफी बढ़ जाने पर बिना किसी डॉक्टर की उपस्थिति में महिला को खेत में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा।
महिला का ख्याल रख रही आशा कार्यकर्ता ने बताया कि महिला की हालत बहुत नाजुक स्थिति में थी। बच्चा गर्भ में उल्टा फंस गया था। हेलीकॉप्टर समय से पहुँच पाने में काफी देरी होता देख महिला की पीड़ा काफी बढ़ चुकी थी। इस स्थिति में आशा कार्यकर्ता ने बड़ी मुश्किल से बच्चे का जन्म कराया। बच्चे के जन्म के बाद करीब 2 घंटे देरी से हेलीकॉप्टर मौके पर पहुँच सका।
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मेडिकल टीम ने पहुँचते ही बच्चे व मा की जाँच की। जिसमें नवजात को टीम ने मृत घोषित कर दिया। महिला की हालत नाजुक देखकर मेडिकल टीम महिला के इलाज के लिए महिला को पिथौरागढ़ अस्पताल ले गई। अस्पताल में महिला की हालत अब सामान्य है।
जगत मर्तोलिया जिला पंचायत सदस्य ने बताया कि अगर हेलीकाप्टर समय रहते पहुँच गया होता तो आज नवजात हमारे बीच जीवित होता। धारचूला के एसडीएम नंदन कुमार जी ने बताया कि पायलट को वेदर क्लीयरेंस मिलने में देरी होने की वजह से हेलीकॉप्टर समय से उड़ान न भर सका। वहीं मेडिकल टीम का कहना है कि हेलीकॉप्टर समय से पहुँच गया था, लेकिन बच्चा ही मृत पैदा हुआ।