पुलना भ्यूंडार गांव के ग्रामीणों ने हेमकुंड साहिब के समीप अटलाकुड़ि सामलागाड में निर्मित हो रहे आपतकालीन हेलीपैड निर्माण का विरोध किया। ग्रामीणों का कहना है की जहां हेलीपैड बनाया जा रहा है, वह क्षेत्र आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील है और यह क्षेत्र फूलों की घाटी की रेंज में आता है। हेलीकॉप्टर संचालन से यहां ग्लेशियरों के खिसकने का खतरा बन जाएगा। ग्रामीणों ने इस संबंध में नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के डीएफओ और एमडीएम जोशीमठ को ज्ञापन सौंपकर कर हेलीपैड निर्माण का विरोध किया।
हेमकुंड साहिब में अस्वस्थ और असहाय तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए घांघरिया और अटलाकुड़ी ग्लेशियर के समीप अस्थायी हेलीपैड का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि घांघरिया से पांच किलोमीटर आगे अटलाकुंडी के समीप लोक निर्माण विभाग की ओर से आपातकालीन हेलीपैड का निर्माण कार्य किया जा रहा है। यह क्षेत्र आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील है साथ ही यहां कहीं दुर्लभ वन्य जीव विचरण करते हैं और दुर्लभ प्रजाति के पौधे भी है। हेलीपैड के निर्माण से यहां की जैव विविधता को खतरा उत्पन्न हो सकता है।
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ज्ञापन में ग्राम प्रधान शिवराज चौहान, वन पंचायत सरपंच संजय चौहान,महिला मंगल दल अध्यक्ष यशोदा देवी, व्यापार मंडल अध्यक्ष गिरीश चौहान आदि के हस्ताक्षर मौजूद है।