यूपी के जनपद रायबरेली से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां जमीनी विवाद के चलते दलित दंपत्ति को जलाने की कोशिश की गई। जब वह झोपड़ी से चिल्लाते हुए बाहर भागे तो उन्हें फिर से झोपड़ी के अंदर फेंक दिया गया। जिसके बाद चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने उन्हें बचाया। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। जिसके बाद से दोनों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। और दोनों का इलाज अभी चल रहा है। इस मामले में दंपत्ति के नाती ने गांव में ही रहने वाले दो लोगों पर आरोप लगाया है। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में कार्यवाही शुरू कर दी है।
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आपको बता दें कि पूरा मामला डीह थाना क्षेत्र के पूरी लोकई गांव का है। जहां गांव के बाहर झोपड़ी डालकर 65 वर्षीय सूरजपाल और उनकी पत्नी 60 वर्षीय धनपता सो रहे थे। रात में आए दबंगों ने उनकी झोपड़ी में आग लगा दी। झोपड़ी में आग लगते देख वह बाहर की ओर भागने लगे तो उन्हें पकड़कर झोपड़ी के अंदर दुबारा फेंक दिया गया। जिसके बाद वह जोर से चिल्लाने लगे। चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीण घटनास्थल पर दौड़ने लगे। जिसके बाद आरोपी वहां से भाग गए। तभी इसकी सूचना डायल 112 पर फोन कर पुलिस को दी गई। जिसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस की सहायता से दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनकी हालत काफ़ी गंभीर बताई जा रही है।
इस घटना को देख गांव ही नहीं आसपास के अन्य गांव वालों की भीड़ भी एकत्रित हो गई और सभी लोग ऐसी घटना से सहम गए। इस मामले में दंपत्ति के नाती ने गांव में ही रहने वाले दो लोगों पर आरोप लगाया है। जिसके बाद पुलिस ने उन पर कार्यवाही शुरू कर दी है।