रामनगर(Ramnagar) के कॉर्बेट एरिया में अल्मोड़ा से लौट रहे 2 बाइक सवार दोस्तों पर बाघ ने हमला किया। बाघ पीछे बैठे लड़के को हमला कर घसीटकर जंगल में ले गया। वन विभाग की टीम और कॉर्बेट रेंजर्स युवक को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन कर रहे हैं।
शनिवार 16 जुलाई, अफसारुल उम्र 25 वर्ष पुत्र बाबू और अनस पुत्र शकील अहमद निवासी जिहल गांव, हसनपुर तहसील, अमरोहा, उत्तर प्रदेश घूमने के लिए पहले नैनीताल फिर रानीखेत, फिर अल्मोड़ा, घूमते हुए देर शाम को अल्मोड़ा से रामनगर(Ramnagar) होते हुए अमरोहा अपने घर जा रहे थे। बाइक अनस चला रहा था और अफसारूल पीछे बैठा हुआ था। रात के करीब 8 बजे रामनगर के वन रेंज से होते हुए निकल रहे थे। तभी रास्ते में घात लगाए बाघ ने हमला कर उनको बाइक से सड़क पर गिरा दिया। बाघ पीछे से अफसारुल को दबोच कर जंगल की ओर ले गया।
सहमा हुआ अनस डरकर बाइक उठाकर पुलिस चौकी पहुंचा। जिसके बाद से वन विभाग रामनगर और कॉर्बेट प्रशासन की टीम सर्च में जुट गई। टीम ने पूरी रात सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिन अंधेरा ज्यादा हो जाने की वजह से युवक का पता लगाना मुश्किल हो गया था। वन कर्मियों का कहना है युवक के फोन पर घंटी भी जा रही है। फोन ऑफ न हो जाए इसलिए बार- बार फोन नही किया। रविवार को उसके फोन की लोकेशन के आधार पर दुबारा सर्च किया जाएगा।
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वन रेंजर्स का कहना है कि बारिश में सर्च ऑपरेशन बहुत मुश्किल हो जाता है। पगचिंन्ह बारिश में धूल जाते हैं। या कीचड़ भर जाने से मिट जाते हैं। ऐसे में सही दिशा का पता लगा पाना मुश्किल हो जाता है। टीम ने फिर भी खोजबीन जारी रखी है। सीटीआर के स्टाफ और रामनगर(Ramnagar) कोतवाल अरुण सैनी की टीम मौके पर पहुंचकर लापता युवक की तलाश कर रहे थे लेकिन उसका अभी तक कोई अता पता नही लगा है। वन बीट अधिकारी वीरेंद्र पांडेय ने कहा कि कुछ जगह खून के निशान जरूर मिले हैं। निशानों से पता चला है कि बाघ युवक को कोसी नदी की ओर लेकर गया है। वन विभाग की ओर से खोजबीन जारी है। हाईवे पर भी लोगो को सावधान किया जा रहा है।
अनस के अनुसार वो इस घटना से सहमा हुआ है उसे अभी तक विश्वास नही हो रहा की उसका दोस्त अब उसके साथ नहीं। घटना की पूरी जानकारी देकर वो घर चला गया। उसने बताया कि अंधेरे में बाइक की हेडलाइट से बाघ नहीं दिखा। बाघ ने छिपकर पीछे से झपट्टा मारा। इतनी देर में वो कुछ समझ पाते बाघ ने तब तक उसके दोस्त को जबड़े में दबा लिया और घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया। बाघ के झपटने से उसको भी पंजे लगे हैं।
कुछ दिन पहले भी एक बाघिन पकड़ी
इस हादसे से कुछ दिन पहले भी एक युवक को निवाला बनाने वाली बाघिन को सीटीआर की टीम ने पकड़ लिया था। दुबारा फिर वैसी ही घटना होने से वन विभाग का अंदेशा है कि यह उसी बाघिन के शावक हो सकते हैं।