Rishikesh: श्रावण में इस बार बड़ी संख्या में कावड़ियों के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। बारिश के चलते लगातार गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में गंगा घाटों पर स्नान और गंगा- जल भरने वाले शिव भक्तों की सुरक्षा पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी।
मुनि की रेती और स्वर्गाश्रम क्षेत्र में प्राकृतिक गंगा तटों पर चेन और रेलिंग जैसे इंतजाम नहीं है। इसलिए यहां डूबने की सबसे अधिक घटनाएं होती है। ऋषिकेश, मुनि की रेती और लक्ष्मणझूला में इस साल जनवरी में 5 जुलाई तक 49 लोग डूब कर जान गवा चुके हैं।
घाटों पर सुरक्षा के लिए SDRF की एक कंपनी, घाटों पर अतिरिक्त जल पुलिस, आपदा राहत दल और गोताखोर की तैनाती की मांग की गई है।
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घाटों पर सुरक्षा के लिए SDRF की दो कंपनियों की मांग की गई है। प्रत्येक घाटों पर तत्काल रेस्क्यू अभियान चलाने के लिए अतिरिक्त गोताखोर भी मांगे गए हैं।