उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद के रैखोली में जूनियर हाईस्कूल की कुछ छात्राएं पिछले दिनों अचानक रोने के बाद स्कूल में ही बेहोश हो गई थीं। जिसको लेकर मेडिकल टीम जांच के लिए स्कूल में पहुंची थी। अब इस मामले में जांच के बाद सामने आया है कि कुछ समय पहले 8 बच्चों (छात्र-छात्राएं) ने फंदे से झूलते एक शव को देखा था, जिससे वह डर गए थे। जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) ने यह पूरी जानकारी दी।
दरअसल रैखोली जूनियर हाई स्कूल में बीते गुरुवार को उस वक्त काफ़ी अफरा-तफरी मच गई थी, जब कक्षा 8वीं की 6 छात्राएं और दो छात्र अचानक चिल्लाने लगे और रोते-रोते बेहोश हो गए थे। इसके बाद आनन-फानन में स्कूल के शिक्षकों ने इन सभी छात्र-छात्राओं को जैसे- तैसे संभाला और उनके माता-पिता को स्कूल में बुलाकर छात्राओं को घर पर आराम करने के लिए भेज दिया।
इस घटना को लेकर कुछ लोग इसे Mass Hysteria बता रहे थे। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी है। पड़ोसी जिलों अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चमोली के सरकारी स्कूलों से ऐसी खबर पहले भी सामने आई है।
इस घटना के बाद डॉक्टर्स की टीम ने दो दिन जूनियर हाई स्कूल में जाकर स्कूली छात्राओं की काउंसिलिंग कर उनका इलाज किया। इस घटना के बाद से स्कूल में भय का माहौल बन गया था। लेकिन स्कूल के शिक्षकों ने परिस्थिति को सँभाला और अन्य बच्चों को बिना डरे स्कूल आने के निर्देश दिए।
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रैखोली जूनियर हाई स्कूल में बच्चों के इस तरह अचानक चिल्लाने और रो-रो कर अजीब सी हरकतें करने को लेकर बागेश्वर के CMHO ने बताया, डॉक्टरों की टीम लगातार बच्चों की काउंसलिंग कर रही थी। जिसमें पता चला है कि बच्चों ने कुछ समय पहले स्कूल के नजदीक ही किसी की फांसी लगी डेड बॉडी देख ली थी। जिसको लेकर वह काफ़ी डरे हुए थे। और तभी से वह सहमे हुए हैं। उसी के बाद से वह सभी ऐसी हरकतें कर रहे हैं।
CMHO ने बताया कि आठ बच्चों में से एक बच्ची ज्यादा चिल्ला रही है. लगातार बच्चों की काउंसलिंग की जा रही है.