Ukhimath में बंदरों की दहशत लगातार बढ़ती ही जा रही है। बीच रास्तों पर झुंड बनाकर पैदल आने- जाने वाले लोगों पर बंदर हमला कर उन्हें काटने को दौड़ रहे हैं। इसके साथ ही बंदर खेतों में खड़ी फसलें भी उजाड़ रहे है। जिससे ग्रामीणों को बहुत समस्याएँ हो रही है। ऐसे में ताजा मामला रुद्रप्रयाग जिले से सामने आया है। जहां नगर पंचायत Ukhimath क्षेत्र में स्कूल से घर जा रहे दो स्कूली छात्रों पर बंदरों ने हमला कर दिया। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। भटवाड़ी गांव निवासी राकेश तिवारी की बेटी काव्य तिवारी (11) व इसी गांव के प्रमोद पुष्पवाण के बेटे आदित्य पुष्पवाण(10) को स्कूल से घर जाते समय गांव के समीप बंदरों ने हमला कर घायल कर दिया। स्थानीय लोगों द्वारा हो- हल्ला करने के बाद किसी तरह बंदरों को वहाँ से भगाया गया।
बंदरों द्वारा ऐसे लगातार हमले की घटनाओं ने नगरवासियों का जीना मुहाल कर दिया है। बंदर झुंड बनाकर पैदल रास्तों पर लोगों पर हमला कर रहे हैं। स्थानीय निवासी हरिमोहन भट्ट, संजय गुसाई ने बताया कि बंदरों की वजह से लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
पीएचसी के चिकित्साधिकारी डॉ गोपाल सजवाण ने बताया कि एक सप्ताह में बंदरों द्वारा लोगों पर हमला करने की घटनाएं दोगुनी हो चुकी है।
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ऐसी ही एक खबर इसी माह को सामने आई थी। जहां बंदरों के एक झुंड ने मंदिर मार्ग पर ओंकारेश्वर वार्ड निवासी बबीता देवी को अकेला देख उस पर हमला कर दिया था। जिसके चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। लोगों ने किसी तरह बीचबचाव कर बंदरों को वहाँ से भगाया। जिसके बाद बबिता देवी को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ऊखीमठ में भेजा गया था।
इलाके में बंदरों के हमले की यह पाँचवीं घटना सामने आ चुकी है। इसके बावजूद अभी तक स्थानीय नगर व तहसील प्रशासन ने क्षेत्रवासियों की सुरक्षा को लेकर कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए हैं।