UP News दुर्घटना के दौरान लोगों को तुरंत राहत पहुंचाने और इमरजेंसी मरीजों को तुरंत इलाज देने के लिए यूपी सरकार के निर्देश पर अब सूबे में आधुनिक मॉनिटरिंग सिस्टम लाने की तैयारी शुरू हो गई है। यह प्रणाली लाइव इमरजेंसी मॉनिटरिंग सिस्टम पर आधारित होगी। जिससे मरीजों को इमरजेंसी में आने के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों के तत्काल उपचार के लिए सिस्टम तैयार कर रही है।
लाइव इमरजेंसी सिस्टम आधुनिक तकनीकी पर आधारित होगी। यह मोबाइल एप आधारित डिजिटल प्लेटफार्म एवं कमांड कॉल सेंटर से मरीज को मिल रहे उपचार, एंबुलेंस सेवा जैसे पहलुओं पर कार्य करेगी और इसके माध्यम से अस्पताल की 24 घंटे निगरानी भी होगी। इस इमरजेंसी ट्रॉमा केयर नेटवर्क से लेवल वन, टू, थ्री स्तर के अस्पताल, आकस्मिक चिकित्सा केंद्र और सीएचसी को जोड़ा जाएगा। इस नेटवर्क से प्रतिदिन 40 हजार कॉल रिसीव करने की तैयारी है।
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प्रदेश सरकार द्वारा विकसित किए जा रहे स्वास्थ्य विभाग के इमरजेंसी सिस्टम में लोकल अस्पतालों को भी जोड़ने का प्लान है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक इमरजेंसी ट्रॉमा केयर नेटवर्क से प्रदेश की इमरजेंसी स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार लाने के उद्देश्य से तैयार किया जा रहा है। इसके लिए जल्द ही कॉल सेंटर एवं मोबाइल एप तैयार किया जाएगा। इससे आकस्मिक चिकित्सा केंद्र 6 लेवल वन के अस्पताल, 12 लेवल टू के अस्पताल और 1000 सीएचसी को इससे जोड़ा जाएगा। सिस्टम के संचालन के साथ ही पांच साल के अंदर सभी एंबुलेंस क्रियाशील कर 14 लेवल वन के अस्पताल, 35 लेवल टू के अस्पताल और 3000 पीएचसी तक इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा। जरूरत के मुताबिक संबंधित क्षेत्र के निजी अस्पताल भी इससे जोड़े जाएंगे।