उत्तरकाशी जनपद के मोरी क्षेत्र के सालरा गांव में एक दलित युवक जब पूजा करने के लिए मंदिर में गया तो कुछ लोगों ने आग में जलती हुई लकड़ियों से उस पर हमला कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार, 12 जनवरी को यह जानकारी दी।
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना 9 जनवरी की है जब बैनोल गांव निवासी आयुष(22) मंदिर में गया था। पीड़ित ने पुलिस को शिकायत दी की रात में उच्च वर्ग के कुछ लोगों ने मंदिर में उसके साथ मारपीट की। और उसे बांध दिया, जिसके बाद जलती हुई लकड़ियों से उसकी पिटाई की।
उच्च जाति के कुछ युवाओं पर आरोप लगा है कि उन्होंने अनुसूचित जाति के आयुष को मंदिर के अंदर बेरहमी से पीटा। और उसको लगभग 16 घंटे तक वहीं बांध कर रखा गया। आयुष को प्रताड़ित करने के लिए उसे लकड़ी के जलते कोयले से पीटा गया और बीच-बचाव करने आए युवक के पिता के सामने ही उसके कपड़े फाड़ दिए व नंगा कर पीटा। युवक के शरीर पर गहरे घाव हुए हैं जो कि साफ़- साफ़ फोटो में दिख रहे है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आयुष को मंगलवार, 10 जनवरी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए उच्चतर स्वास्थ्य केंद्र शिफ्ट कर दिया गया। पीड़ित आयुष ने अपनी शिकायत में कहा है कि हमलावर उससे इसलिए नाराज थे कि दलित होने के बावजूद उसने मंदिर में प्रवेश किया।
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इस मामले को लेकर उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि दलित युवक आयुष की शिकायत के आधार पर घटना के संबंध में पांच ग्रामीणों के खिलाफ अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति अधिनियम((SC- ST Act) के तहत मामला दर्ज किया गया है। सर्किल ऑफिसर (ऑपरेशन) प्रशांत कुमार को इस मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।