बच्चे हमेशा मन से सच्चे और ईमानदार होते हैं। उनका मन बेहद साफ होता है। हम सभी अक्सर ऐसा सोचते या कहते है कि बच्चे इतने छोटे होते हैं कि वह किसी का दुख एवं सुख नहीं समझ सकते। परन्तु हाल ही में एक स्कूल के बच्चे ने इस बात को गलत साबित कर सभी को चौंका दिया है। इन दिनों दिल्ली के एक स्कूली छात्र का लिखा हुआ लेटर काफी वायरल हो रहा है। जिसमें उसने सेना के जवानों का दुख बयां किया है। जिसे देखकर सभी लोग हैरान हैं कि इतना छोटा बच्चा कैसे इतना बड़ा एहसास मेहसूस कर सकता है।
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दिल्ली के सरकारी स्कूल की टीचर मनु गुलाटी ने अपने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए उस छात्र का लेटर शेयर किया है। यह एक माफी पत्र है, लेकिन मनु खुद भी इस पत्र को पढ़कर दंग रह गई हैं। मनु ने अपने ट्विटर पोस्ट पर लिखा- छात्र अपने विचारों से कई बार आपको हैरान कर देते हैं। मैंने बच्चों को माफी पत्र लिखने का काम दिया था। जिसमें उन्हें किसी के नाम सॉरी लेटर लिखना था। और ऐसी स्थिति के बारे में सोचना था जहां माफी मांगने की जरूरत हो।
दरअसल मासूम बच्चे ने अपने लेटर में ऐसी स्थिति की कल्पना की जिसमें उसने खुद को सेना का जवान मान लिया। और अपनी मां के नाम माफी पत्र लिखा क्योंकि 4 दिन बाद बहन की शादी थी और उसको छुट्टी नहीं मिल रही थी। जिसके चलते वह घर नहीं आ पा रहा था।
बच्चे ने लिखा- “मां मुझे माफ कर दो क्योंकि हमारा बॉर्डर खतरे में है और मैं अभी छुट्टी लेकर घर नहीं आ सकता।” बच्चे ने कहा कि सरहद खतरे में होने के कारण उसे अभी छुट्टी नहीं मिल सकती। और वो नहीं जानता कि वो घर कब लौटेगा। आगे उसने लिखा कि “माँ मुझे माफ कर दें क्योंकि मै शादी में नहीं आ सकता क्योंकि फिलहाल मेरी ड्यूटी ही मेरी प्राथमिकता है।